Tag: harfunmaula sahityik sanstha

नारी की परिभाषा

-डॉ. अंकिता चांदना शर्मा, हल्द्वानी सरस्वती, लक्ष्मी, दुर्गा, काली भी बन जाती है मनमोहिनी, चंचला, ममता की सरिता ये बहाती है। तोड़ के जब सारे बंधन, पंख ये फैलाती है। आसमान की ऊंची बुलंदियों को ये छू जाती है। इसकी वाणी में है कतार, जिसका कोई तोड़ नहीं नारी की शक्ति को ना ललकारो, इस […]

हिन्दू मास

-रेनुका आर्या, दौलतपुर गौलापार हल्द्वानी प्रथम महीना चैत से गिन राम जन्म का जिसमे दिन || द्वितीय माह आया वैशाख | वैशाखी पंचनद की साख || ज्येष्ठ मास को जान तीसरा | अब तो जाड़ा सबको बिसरा || चौथा मास आया आषाढ़ | नदियों में आती है बाढ़ || पांचवे सावन घेरे बदरी | झूला […]

चलते-चलते

-हर्षित काल्पनिक चलते-चलते मीत बने चलते-चलते गीत बने अल्फ़ाज थे चंद एक दिन चले और संगीत बने।। चलते-चलते… हार अनेकों मिली डगर में डंटे रहे हर एक सफर में देखा,सीखा और चले फिर चलते-चलते जीत बने।। चलते-चलते… अनजानी राहों पर हमको मिले लोग दीवाने कितने दिल ने चुना एक हमसफ़र चलते-चलते प्रीत बने।। चलते-चलते… अपमान […]

बीना सजवाण, पूजा नेगी पाखी और अमीषा रावत को मिले डिजिटल सर्टिफिकेट

हरफनमौला वेबसाइट की अक्टूबर माह की प्रतियोगिता शुरू हल्द्वानी। हरफनमौला वेबसाइट की ओर से सितंबर में आयोजित मासिक काव्य प्रतियोगिता में बीना सजवाण, पूजा नेगी पाखी और अमीषा रावत की कविताओं को 500-500 से अधिक व्यूज मिले हैं। इस उपलक्ष्य में संस्था की ओर से तीनों विजेताओं को डिजिटल सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया है। […]

दून कान्वेंट स्कूल में चला स्वच्छ विद्यालय स्वच्छ समाज अभियान

हल्द्वानी। 2 अक्टूबर 2022 को गौजाजाली, बरेली रोड, स्थित दून कॉन्वेंट विद्यालय में गांधी जयंती व लाल बहादुर शास्त्री जयंती धूमधाम से मनाई गई। प्रातः 8:00 बजे ध्वजारोहण के साथ ही प्रधानाचार्य श्री कृष्णा जोशी जी द्वारा महात्मा गांधी जी व लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्रों का माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन किया गया। इस […]

गांधी ज्यू तुम हमन कें करिया माफ

-मन्जू सिजवली महरा, हल्द्वानी गांधी ज्यू तुम हमन कें करिया माफ, तुम स्वछताक प्रेमी छिया नें, पर आज लै गंदी छन शहरोँ गल्ली, आज गों लै नी छन साफ। गांधी ज्यू तुम हमन कें करिया माफ। क्याप छ्यू हो तुमर लै टेम, एक ठऔर बे दुहर ठऔर कब चिट्ठी पुजली कब कुशलक्षेम। आज एन्ट्र्नेटक जमान […]

मंजिलें

-मुकेश राय, रूद्रपुर उधमसिंह नगर तुझे अपना हर कदम आगे ही बढ़ाना है मंजिलें तुझ से लाख दूर सही एक दिन वहां तक पहुंच ही जाना है। तू ओ बैठा थक हारकर, हंसेगा तुझ पर बड़ा बेदर्द जमाना है। तुझे अपना हर कदम आगे ही…. गए वक्त की परवाह करना ही क्या क्या मनाना बीते […]

पहले हंसा करता था मैं

-हर्षित जोशी, हल्द्वानी पहले हंसा करता था मैं , अब जिंदगी हंस रही है मुझे पर , चांदनी रात में चांद को , चंदा मामा कहता था मैं , जब मालूम हुआ मुझे , जिस चांद को चंदा मामा कहता हु मै , ना आएगा वो मुझसे मिलने वो, न लायेगा खिलौने मेरे लिए , […]

एक और दामिनी

-शोभा आर्या मां मै नन्ही गुड़िया तेरे आंचल की, तुम्हारा आंगन,गूंजता था कभी आवाज सुनकर मेरे पायल की। मां,क्या तुम्हारा उस गली में जाना हुआ, जहां आज, नाम के लिए सिर्फ अंधेरा और सन्नाटा है, पर उसी गली में मैने अपना आखिरी पल, चीखते चिल्लाते हुए कटा है। उस गली में गिरी मेरी खून को […]

सुनो ओ पहाड़ की बेटियों

-किरन पंत ‘वर्तिका’ जाने किसकी नजर लगी मेरे गांव को मेरी खुशियों को नीलाम कर गए। मेरे देवों की पुण्य भूमि को यह बाहरी दानव कलंकित कर गए। मगर भयभीत ना होना तुम एक पल भी यह तुम्हारी शक्तियों को जागृत कर गए। एक ने बलिदान दिया तुम संहार करोगी सुनो ओ पहाड़ की बेटियों…………. […]