Tag: gaurav tripathi kavi

पा जाओगे जब कुर्सी तुम….

हरफनमौला साहित्यिक संस्था ने धूमधाम से मनाया वार्षिकोत्सव कवि सम्मेलन, सम्मान समारोह, नाटक मंचन का आयोजन हरफनमौला साहित्यिक संस्था ने पांच वर्ष पूरे कर छठे वर्ष में प्रवेश करने के उपलक्ष्य में अपना वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया। इस दौरान विराट कवि सम्मेलन, सम्मान समारोह एवं नाटक मंचन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ कवि […]

हल्द्वानी के व्यंग्यकुमार गौरव त्रिपाठी

-सुमित प्रताप सिंह, चर्चित युवा व्यंग्यकार, दिल्ली हिंदी व्यंग्य का साम्राज्य धीमे-धीमे पूरे विश्व में अपनी पैठ जमा रहा है, किंतु ये साम्राज्य समाज का शोषण करने की अपेक्षा समाज में फैली विद्रूपता, विसंगतियों, विडंबनाओं, कटुता व भ्रष्टाचार से लड़ने का कार्य करता है। व्यंग्य का बेशक कोई एक नेतृत्व न हो, किंतु व्यंग्य के […]

युवा पीढ़ी को साहित्य धारा से जोड़ने का सबसे बड़ा श्रेय

-मनीष पांडेय आशिक, युवा साहित्यकार, अभिनेता, हल्द्वानी हरफनमौला साहित्यिक संस्था के अध्यक्ष, हास्य व्यंग्य कवि और पत्रकार गौरव त्रिपाठी जी का व्यक्तित्व इतना विराट है कि उनके विषय में कुछ शब्द कहना बहुत कठिन कार्य है। शहर हल्द्वानी में साहित्यिक माहौल बनाने और युवा पीढ़ी को साहित्य धारा से जोड़ने का सबसे बड़ा श्रेय गौरव […]

साहित्यिक परिवेश का शैशव काल

-मोहन चंद्र जोशी, वरिष्ठ साहित्यकार लालकुआं हरफनमौला साहित्यिक संस्था और हास्य-व्यंग के सशक्त हस्ताक्षर गौरब त्रिपाठी एक दूसरे के समपूरक, ध्रुव हें, संभवतया वह किसी परिचय के मोहताज नहीं। साहित्यिक परिवेष अभी कुछ ही वर्षों का हुवा है इसे शैशव काल कहा जाय तो अतिशयोक्ति नहीं होगी , पर जिस सुदृढता के साथ गतिविधियों का […]

उनके बोलने का अंदाज निराला है

Anjali, haldwani सूरज सा तेज है, उनमें। कृष्ण की बांसुरी की धुन जैसी उनकी मुस्कान है। आंखों पर उनके चश्मा शान्त उनका स्वभाव है। सर्वश्रेष्ठ कवि हैं वो। गौरव त्रिपाठी सर उनका नाम हैं उनके बोलने का अंदाज, निराला है। ग्रे और ब्लू कलर उनको भाता है । उनका शान्त स्वभाव सबको, अपना बनाता है। […]

वोटर मन चंचल भयो, चुनाव लेओ निपटाय

-हास्य व्यंग्य, गौरव त्रिपाठी, हल्द्वानी नमस्कार मित्रों! मैं हूं हर्नव रोस्वामी और आप देख रहे हैं अपना फेवरेट न्यूज चैनल डीडीएम (डरा-डराकर मारेंगे)। अब तक हमारी दिखाई खबरों से पूरा देश डरा हुआ है लेकिन हमारे नेता हैं कि डर ही नहीं रहे हैं। सबकुछ बंद हो चुका है बस ये चुनाव हैं कि रद्द […]

गौरव त्रिपाठी सर और हरफनमौला साहित्यिक संस्था के मायने

_______________20 अक्टूबर 2019________________ -मंथन रस्तोगी, हल्द्वानी, मुलाकात विद मंथन ग्रीन वुड्स पब्लिक स्कूल के कैंपस में लगे हरफनमौला साहित्यिक संस्था के पोस्टर को केवल देख कर मैं, महसूस कर पा रहा था कि यह पोस्टर जिस इवेंट का है, वो इवेंट मेरी ज़िन्दगी में मेरे लिए हमेशा ख़ास रहने वाला है चूंकि पहला है । […]

आप भूख से मर सकते हैं, कोरोना से नहीं

-हास्य व्यंग्य -गौरव त्रिपाठी, हल्द्वानी उत्तराखंड एक तो शहर में कोरोना फैल रहा है, उपर से संपादक जी ने कोरोना पर स्टोरी लाने को कह दिया। संपादक जी भी बिल्कुल हाथ सेनेटाइज करके पीछे पड़ गए हैं। (कोरोना काल में कई मुहावरे चेंज हो गए हैं)। दो अखबारों से निकाले जाने के बाद आधी तनख्वाह […]

कपूत

बैकग्राउंड से आवाज आती है। —————– बिजली कड़क रही थी, घनघोर बारिश हो रही थी। चारों ओर तूफान आया था। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के बाद से अधिकतर कहानी के नायकों का जन्म ऐसे ही माहौल में होने लगा है। लेकिन हमारी कहानी के नायक चमन का जन्म साधारण तरीके से हुआ। नार्मल डिलीवरी। बस […]

दिल्ली दूर है?

अपने गृहक्षेत्र में नौकरी करने का लालच अधिकतर लोगों को लक्ष्य बदलने के लिए मजबूर कर देता है। भले वो ‘घर की मुर्गी दाल बराबर ही क्यों न हो।’ लेकिन व्यक्ति घर में दाल मखनी बनने के लिए पूरी उम्र गुजार देते हैं। यही सोच मुझे छत्तीसगढ़ से यूपी और यूपी से उत्तराखंड के हल्द्वानी […]