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जीण् यैधैं कौंनी

-भाई जिले ! -हूँ कौ भाई नफे ! -आज उदास हैबेर जै किलै भै रौछै? -के न भाई यौ जिंदगी हैबेर निआंश् है गयूँ -हाई उ किलै? -भाई सबै जाम् करी ढेपू टाक् लगैबेर एक धंद शुरू करौ उ फलापत नि भै, आब् समजै में न ऊनै के करूँ कबेर। -त यमें यतू निआंश् किलै […]