Tag: hansika rautela

हाए कलियुग!

– हंसिका रौतेला सामने पहाड़ खड़ा है? काट दो इसे। यहां नदी बहती है? इस पर हम बांध बनाएंगे। यह जो घना जंगल है, कितना पुरातन! हम आधुनिकता के पुजारी हैं, हम यहां सड़कें बनाएंगे। जानवर था, मार दिया। जानवर है, कम विकसित है। खतरनाक है! वह सही ग़लत की समझ नहीं रखता। एसलिए मार […]

वो मेरे पापा है

चेहरे पर थकान व हाथों में सामान लिए पर घर वापस आते है होठों पर मुस्कान लिए जो काम के चक्कर में खाना भी भूल जाते हैं, वो मेरे पापा हैं। मम्मी और मेरी शौपिंग हमेशा जारी रहती है पर पापा की सालों तक वही अलमारी रहती है जो अपने लिए कभी कुछ नहीं खरीदते […]