– बिपाषा पौडियाल शादी का माहौल था, मामा थे एक काम थे अनेक।। सारी घर की जिम्मेदारियाँ संभालने वाले, वो ओर कोई नही बल्कि थे मेरे मामा।। बिना चेहरा मुरझाये हुए, कर गए हँसते- हँसते सारा काम कोई अगर बताएं कुछ काम, तो हमारे मामा थे झटपट तैयार मामा न होते तो शायद शादी में […]