-बिपाषा पौडियाल,हल्द्वानी
सबसे अलग व सबसे प्यारी
मेरी माँ है भोली-भाली
मुझे पढाती मुझे लिखाती
सबके साथ घुल मिलकर रहना सिखलाती
मुझे देखकर वह मुस्काती
मुझे दुखी वह देख न पाती
अच्छा- अच्छा खाना बनाती
सबको खिलाकर खुद बाद मे खाती है मेरी माँ
मेरी माँ की तो बात है निराली
सबसे अलग व सबसे प्यारी
मेरी माँ है सबसे प्यारी भोली – भाली
July 11, 2022
Very beautiful poem
July 19, 2022
Amazing
July 19, 2022
बहुत सुंदर
July 20, 2022
Bahut Sundar Kavita