-जया कुंवर, हल्द्वानी
जो चाहा उसको पा लेना है खुशी या
बिना मांगे कुछ बहुत अच्छा मिल जाना है खुशी?
सुकून भरी नींद है खुशी या
रात भर जाग कर दोस्तो के साथ बतियाना है खुशी?
खूब प्यास लगने पर ठंडा पानी मिल जाना है खुशी या
कड़ी धूप में काफी लंबा बिन थके चल पाना है खुशी?
पालतू जानवर का तुम्हे घर लौटते देख खुश हो जाना है खुशी या
आते जाते कई भूके प्राणियों को खिला पाना है खुशी?
अपनी मंजिल पा लेना है खुशी या?
उत्साहित हो हर दिन कई सपने देखना है खुशी?
अपनी बात साबित कर देना है खुशी या?
किसी अपने की बात पर सहमत हो जाना है खुशी ?
बहुत दर्द में दवा से राहत है खुशी या?
अपनों की मुस्कराहट है खुशी?
सालों बाद का कोर्ट का फैसला है खुशी या
अपनी हक की लड़ाई में हार ना मानना है खुशी?
कहीं दूर पहाड़ों में एक सुकून की शाम है खुशी या?
कई सारे अधूरे अरमान हैं खुशी?
एक बड़ा आलीशान मकान है खुशी या?
दोस्तो के साथ एक जाम है खुशी?
वो क्या है जिसका आयाम है खुशी?
वो काम जिसका निश्चित परिणाम है खुशी?
असल में कोई एकाएक भाव है खुशी या
फिर शायद हर होनी अनहोनी में संतुष्टि का नाम ही है खुशी।
July 8, 2022
Wah ji wah
July 8, 2022
❤️
July 8, 2022
Loved it
July 8, 2022
Osmm lines ma’am ❣️
July 8, 2022
Ghazab Ghazab Ghazab
July 8, 2022
badhiya
July 8, 2022
ATI sundar
July 8, 2022
Bhut hi sundar
July 8, 2022
बहुत सुन्दर जया जी, आपका लेखन बहुत अच्छा है..पढ़कर बहुत खुशी हुई,
धन्यवाद,