-रामरतन यादव (सहायक अध्यापक)
राजकीय आश्रम पद्धति उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खटीमा ऊधम सिंह नगर उत्तराखंड
हिंदी का अपमान न हो, मान होना चाहिए,
हिंदी है हम हिंदी का, सम्मान होना चाहिए |
अपनी भाषा अपनी बोली, दुनिया में बेजोड़ है,
हिंदी का भी विश्व में, यशगान होना चाहिए |
अपनी भाषा के बिना ,पहचान न होती कभी,
हिंदी का ही देश में ,उत्थान होना चाहिए |
अब भी कुछ अंग्रेज काले, देश में मौजूद हैं,
राष्ट्रभाषा का उन्हें भी ,ज्ञान होना चाहिए |
सभ्यता ,संस्कार, संस्कृति, हिंदी की ही देन है,
है विरासत पूर्वजों की, भान होना चाहिए |
अपनी माता मातृभाषा, के नहीं दो रूप हैं,
दोनों का उपकार हम पर, ध्यान होना चाहिए |
जायसी रसखान ने, समृद्ध हिंदी को किया,
है सरस रुचि पूर्ण यह, गुणगान होना चाहिए |