Category: कविता

अब छोड़ो भी

इससे, उससे आंख मिलाना, ताक झांक कर गाने गाना, घर वाली पर रौब जमाना, अब छोड़ो भी इसकी, उसकी चुगली खाना बेईमानों का साथ निभाना फंस जाने पर सिर खुजलाना, अब छोड़ों भी कद्दू लौकी के भाव बढ़ाना हां जी हां जी झपताल बजाना चौराहे पे,शाम को जाना, अब छोड़ो भी। मैली गंदी टोपी लाना […]

झूठे सच्चे ख्बाव दिखाना अच्छी बात नही होती

झूठे सच्चे ख्बाव दिखाना अच्छी बात नही होती किसी को सारी रात जगाना अच्छी बात नही होती, कभी किसी शब याद में आँखे नम हो जाएं चलता है रोज़ रोज़ तकिये को भिगाना अच्छी बात नही होती, पूनम की है रात नहा मत दरिया में… यूँ पानी मे आग लगाना अच्छी बात नही होती वो […]

वंदना

नित नित मैं तेरा ध्यान करूँ, हे  माँ  तेरा गुणगान करूँ, ज्ञानप्रदायनी, वीणावादनी, माँ  तेरी  जयकार  करूँ,…. तेरे आंचल में जो आता, जीवन धन्य धन्य हो जाता, ज्ञान प्रफुल्लित चहुँ दिशा में, दीपक बनकर सदा फैलाता, माँ कर दे राह मेरी आलोकित, नमन  मैं  बारम्बार  करूँ, ज्ञानप्रदायनि वीणावादनी, माँ तेरी जयकार करूँ……… नित नित मैं […]