-नीरज मिश्रा
मै भी बिज़ी होना चाहता हूं।
दिल में बहुत कुछ है सब बताना चाहता हूं।
मै भी किसी के लिए बहुत खास होना चाहता हूं।
मै भी किसी की ख्वाहिश बनना चाहता हूं।
हा मै भी किसी को अपना बनाना चाहता हूं।।2।।
मै भी किसी के सपनो में आना चाहता हूं।
मै भी किसी को अपनो मै देखना चाहता हूं।
मै भी किसी के देर रात तक जागने का कारण बनना चाहता हूं।
मै भी किसी के लिए ना होने का अहसास बनना चाहता हूं।
हा मै भी किसी को अपना बनाना चाहता हूं।।2।।
मै भी किसी को बहुत खास बनाना चाहता हूं।
मै भी किसी की हर एक सांस बनना चाहता हूं।
मै भी किसी की एक आस बनना चाहता हूं।
मै भी किसी के लिया दूर होकर भी पास होने का अहसास बनना चाहता हूं।
हा मै भी किसी को अपना बनाना चाहता हूं।।2।।