मेरी दुनिया, मेरा जहान हो
मेरे लिए आप ही सबसे महान हो
अगर मेरी मां, मेरी जमीन है
तो पापा आप मेरे आसमान हो,
मेरे पिता, मेरी परछाईं हो।
एक संभव हो आप
एक विश्राम हो आप,
आपसे है अस्तित्व मेरा
पिता ये नाम हो आप
मेरे पिता, मेरी परछाई हो आप।
मेरी परछाई मुझे किसी की याद दिलाती है,
हर परिस्थिति में साथ हमेशा मेरे चलते,
मेरे रूठने पे मुझे मनाते, मेरे खाने पर खाते,
मेरे हंसने पर हंसते, मेरे रोने पर रोते
मेरे सोने पर सोते और हर सुबह मुझे जगाते
और वह हैं, मेरे पिता मेरी परछाईं।
-प्राची जोशी, लेक्स इंटरनेशनल स्कूल भीमताल