पिता एक बच्चे की जान होता है,
उसकी कामयाबियों का हकदार होता है।
चाहे कितनी भी हैसियत हो उसकी,
बच्चे के मुंह से निकली,
हर बात कबूल करता है,
चाहे पैसे न हो जेब में,
फिर भी चांद-सितारे तोड़ने
की हैसियत रखता है।
पिता आशा है उम्मीद है रक्षा है,
हमारे आने वाले कल की सुरक्षा है।
-खुशबू भोला, पीएसएन सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी