ये ज़िन्दगी कुछ और अच्छी होती;
ज़िन्दगी सवालो से घिरी न होती
करते रहे हमेशा नेताओ को बदनाम
नेताओ से खराब किसीकी ज़िन्दगी नहीं होती ।
ज़िन्दगी सवालो से घिरी न होती
करते रहे हमेशा नेताओ को बदनाम
नेताओ से खराब किसीकी ज़िन्दगी
न कोई मानता है, न कोई पूजता है
ये वो मूरत है जिस पर हर कोई थूकता है
ये न होते तो मिटटी पलीत न होती
नेताओ से खराब किसी की ज़िन्दगी नहीं होती ।गुण्डो की टोली, लाशो का व्यापा र
लूट लूट कर भर लिया घर वार
ऐसे नेता से तो हमारी फूटी किस् मत होती
नेताओ से खराब किसीकी ज़िन्दगी नहीं होती ।
ये वो मूरत है जिस पर हर कोई
ये न होते तो मिटटी पलीत न होती
नेताओ से खराब किसी की ज़िन्दगी
लूट लूट कर भर लिया घर वार
ऐसे नेता से तो हमारी फूटी किस्
नेताओ से खराब किसीकी ज़िन्दगी
भ्रष्टाचार करना और झूठ बोलना
प्यार कि आड़ म नफरत से जोड़ना है
इनको तो कोई धोबी सा धोती
नेताओ से खराब किसीकी ज़िन्दगी
ये होते अच्छे तो अपनी भी ठाठ
भारत कि तूती पूरी दुनिया में
अगर ये सरकार आँखे मुदी न होती
नेताओ से खराब किसीकी ज़िन्दगी
-रामवीर गंगवार, सितारगंज, उधमसिंह नगर
February 1, 2018
बहुत सुन्दर
February 2, 2018
Dhanyawad Ji
February 16, 2018
अति उत्तम