Anjali haldwani
Nainital, Uttarakhand
आया उत्तरायणी त्यौहार निराला हर घर में बनाई घुघूते कि माला गुड़,तिल,
आटे,सूजी से मम्मी ने बनाये पकवान। सबके चेहरो पर आ गई मुस्कान आया उत्तरायणी का त्यौहार।
पापा लाए संतरे तीन-चार।
कौवा का रंग काला।
मम्मी ने बनाई घुघूते कि माला।
पहले कौवे को खिलाएगे,
फिर हम सब भी खाएगे,
कौवा को बुलाएगे।
आजा कौवा आजा,
चिंटू बजाऐ बाजा,
घुघूते की माला तू लेजा,
हर घर में खुशहाली आऐ,
ये दुआये देजा।
आया उत्तरायणी का त्यौहार निराला,
हर घर में बनाई घुघूते कि माला कौवे को बुलाएगे हलवा पूरी खिलाएगे,
घुघूते की माला हम सब से छुपाएगे चिंटू की माला से घुघूते खाएगे।
आया उत्तरायणी का त्यौहार निराला।