-डॉ. गीता मिश्रा ‘गीत’, हल्द्वानी, उत्तराखण्ड
स्वाभिमान से हिन्द तिरंगा घर – घर में लहरायेगा।
आन शान सम्मान हमारा,फहर -फहर-फहरायेगा।।
1. लगे हुए थे जो दुश्मन अपना षडयन्त्र रचाने में,
झुके नहीं उनके आगे,झंडे का मान बचाने में।।
देश-भक्ति सर्वस्व समर्पण
देख शत्रु थर्रायेगा।।
स्वाभिमान से हिन्द तिरंगा,घर -घर में लहरायेगा।।
2.अगणित बार पुनीत तिरंगा ऊँचा गड़ा हिमालय पर,
आसमान,सागर,वसुधा,
पर्वत-सीमा,सचिवालय पर।
भारत का अभिनन्दन होगा,
चीन,पाक भरमायेगा।।
स्वाभिमान से हिन्द तिरंगा,
घर-घर में लहरायेगा।।
3.जन्मभूमि है कर्मभूमि भी इसका ही सब खाते हैं,
हम भारतवासी मिलकर सब, इसका ही गुण गाते हैं।
हर-घर में फहरेगा तिरंगा,
क्यों कोई घबरायेगा।।
स्वाभिमान से हिन्द तिरंगा घर-घर में लहरायेगा।।
January 8, 2023
बेहतरीन शानदार जय हिंद जय भारत