नारी तू नारी से ईर्ष्या करती आयी है। तभी तू जाग कर भी नही उठ पायी है। सास बहू ननद भाभी की , कहानी कहती आयी हैं तू पुरूष से दबती, स्त्री को दबाती आयी है। पुत्र की चाह में पुत्री को दिया गर्भ में मार क्या बेटा व बेटी में। तू अंतर कर पाई […]
नारी तू नारी से ईर्ष्या करती आयी है। तभी तू जाग कर भी नही उठ पायी है। सास बहू ननद भाभी की , कहानी कहती आयी हैं तू पुरूष से दबती, स्त्री को दबाती आयी है। पुत्र की चाह में पुत्री को दिया गर्भ में मार क्या बेटा व बेटी में। तू अंतर कर पाई […]