Tag: vandana singh

नया साल

थोड़ा रूक जाओ, मना लेंगे साल नया अभी समय है, पुराना गया कहां मौसम का मिजाज बदलने दो मनाएंगे मिलकर खुशियां नया सा खिलने दो चमन आने दो फूलों पर तितलियां। क्यों आधी रात में आहे भरकर हाथों में लिए जाम तड़फते से अकड़ते से नशे में क्यूं हो परेशान आना थोड़ा रूककर सूर्योदय के […]

दम तोड़ती हिंदी

सारे देश अपनी मातृ भाषा में बोले, हम है उनके पीछे लगे कितने भोले। हमने भारत को इंडिया बना डाला सारा महान इतिहास, हमने भुला डाला। सारे रिश्ते अंकल आंटी में सिमट गए अपनी संस्कृति अपनाने में हम, कितने तरस गए अपनी देशभक्ति जताने में हम शर्मसार हुए तभी पड़ोसी की चाल से देश में […]