आ गये तुम? देखो,दरवाजा खुला है, अरे, रुको तनिक, पायदान पर अपना अहं झाड़ आना.. बच्चों की ठिठोली से थोड़ी शरारत ले आना आओ भीतर गर्म चाय की चुस्की से मन हल्का कर लेना.., करके अपनी सावधानीयाँ, निकलो घर से दोबारा,, लौटौगे फिर से जब भी तुम, पायदान पर अपना अहं झाड़ आना.. तनिक संक्रमण […]