माँ के पीछे माँ बन जाते अपने बाबूजी, माँ के जैसा करते जाते अपने बाबूजी। चूल्हा चौका पोछा बर्तन घर के बांकी काम, माँ के पीछे ना करते आराम हमारे बाबूजी। माँ के पीछे माँ बन जाते अपने बाबूजी, माँ के पीछे माँ के जैसे भोग लगाते बाबूजी, माँ के जैसे वृंदावन को नीर चढ़ाते […]