आज भी याद है बचपन के वो पल जहां आंखों में सपने और न दिल में छल था जहां पापा ने उंगली पकड़कर चलना सिखाया वहीं उन्हीं के दिए आत्मविश्वास ने गिरने से भी उठना सिखाया हाथों में बैग लेकर स्कूल जाना और अपनी मीठी-मीठी बातों से सबको लुभाना, वहीं घर आकर पापा को रिझाना। […]