Tag: school poem

ऐ प्रकृति तू

-प्रेमलता, चौखुटिया,  अल्मोड़ा ऐ प्रकृति तू ऐ प्रकृति तू इतनी अद्भुत कैसे हो गई है? ना कोई जादू ना कोई चमत्कार फिर ऋतुओं में परिवर्तन कैसे लाती है? ऐ प्रकृति तू… कभी जाड़े से तेरे तपन बिन देह का लहू भी जम जाता! तो कभी तेरी हवा व छांव बिन जीवन तक थम जाता है! […]

खग गीत गूंजे आकाश

-उर्वशी भट्ट,  बसंत विहार हल्द्वानी सुबह सलोनी आज की, रवि किरण अलग है आज। पवन पसारे पंख उड़े, खग गीत गूंजे आकाश।। पत्र सुर सम सारंगी , प्रेम सुगंध साजे संसार। बाल हिय हासैं लगे, है चित प्रफुल्लित आज।।

सपना छिपा हुआ अंकुर है

-ज्योत्सना कलखुड़िया, टनकपुर सपना छिपा हुआ अंकुर है नव विचार का फूल खिला नई इमारत गढनी हो तो सपना है आधार शिला बिना विचारों के मंथन के गाथा सभी अधूरी है गर विकास की बात करें तो सपना बहुत जरूरी है

दोस्ती

-दीपिका अग्रवाल, रूद्रपुर दोस्ती का रिश्ता होता है दिल से दोस्ती के बिना जिंदगी है अधूरी दोस्त के आ जाने से जिंदगी है रौनक लाती दोस्त है सुख दुख के साथी रिश्ता है ये अनमोल दिल से दिल की डोर बंधी है है ना, इसका कोई मोल थोड़ी मस्ती थोड़ी शरारत रूठना और मनाना है […]

हस्ती

-प्रेमा हाल्सी, रामनगर-मंगलार एक हस्ती चली गई ,एक हस्ती के कारण। पालक छीना नन्हे -बच्चों का, दुख दे दिया दारुण ।। पूनम का चांद भी आज ,बन गया था अमावस । मां का आंचल भी आज, हो गया था कितना बेबस ।। निष्फल हुए पत्नी के ,सारे करवा- चौथ…। जब दिया एक हस्ती को एक […]

हंस-हंस के कह गए वो ‘अलविदा’

-श्री देवकी नंदन भट्ट ‘ मयंक ‘, तीनपानी बरेली रोड (हल्द्वानी ) 1. वो वीर थे ,महावीर थे, परमवीर देश के| जो हो गए शहीद ,थे सपूत देश के | जो हो गए बलिदान, देश पर हुए फिदा | जाते हुए हंस-हंस -के कह गए वो ‘अलविदा’||3 2. जो दुश्मनों के दांत खट्टे कर चले […]

हिन्दी हमारी शान

– भुवन बिष्ट, रानीखेत (उत्तराखण्ड) हिन्दी न केवल बोली भाषा, ये हमारी शान है। मातृभाषा है हमारी, ये बड़ी महान है।।…….. चमकते तारे आसमां के , हैं भारत के वासी हम। कोई चंद्र है कोई रवि, कोई यहां भी है न कम।। आसमां बनकर सदा, हिन्दी मेरी पहचान है। हिन्दी न केवल बोली भाषा , […]

बेटी पढ़ाओ

-अराधना शुक्ला, रूद्रपुर शिक्षा जीवन का आधार है जीवन बेहतर बनाने का यह एकमात्र मार्ग है आओ सब मिलकर इसे बढ़ावा दें कोई ना वंचित हो शिक्षा से ऐसी सबको सीख दें, बेटों ने किए हैं काम बड़े बेटियां भी कंधे से कंधा मिलाकर हैं खड़े आओ इन्हें भी दे अधिकार समान बेटियां भी कर […]

पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी

-नीरज मिश्रा, चमोली हम सबकी पहचान है हिन्दी, होठों की मुस्कान है हिन्दी । हम सबकी यह मीठी बोली, पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी ॥ बांग्लादेश, नेपाल बोलता, भारत की पहचान है हिन्दी । यमन, चीन, जापान बोलता, अपनी तो मेहमान है हिन्दी ॥ नानक, कबीर, तुलसी की वाणी, रहीम की जुबान है हिन्दी । गीत, […]

है हिंदी भाषा महान

– निधि गड़कोटी, चम्पावत हम सब भारतीयों की पहचान है,हिंदी… हम सबका अभिमान है,हिंदी…. हिंदी से ही हमारी शान है, ये ही हिन्दुस्तानियों की आन है, सीख ले चाहे कोई भी भाषा… पर कहा इसे भूला पाएंगे…. भूल जाए अगर इसको,तो खाक हिन्दुस्तानी कहलाएंगे… हो चाहे अलग-२ रंग रूप,या हो चाहे अलग -२ विचार ….. […]