मनुष्य है, ईमान कर खुदा भी है, खुदा से डर सच्चाई की तू राह पर, सदैव चल, सदैव चल आंधी से भी तेज चल, पहाड़ों को भी चीर कर। कर्म कर, तू कर्म कर मनुष्य है ईमान कर………। डर न, थम न, रूक न तू, झूठ के आगे झुक न तू पथ पर आने वाली […]
मनुष्य है, ईमान कर खुदा भी है, खुदा से डर सच्चाई की तू राह पर, सदैव चल, सदैव चल आंधी से भी तेज चल, पहाड़ों को भी चीर कर। कर्म कर, तू कर्म कर मनुष्य है ईमान कर………। डर न, थम न, रूक न तू, झूठ के आगे झुक न तू पथ पर आने वाली […]
अभिशाप नहीं वरदान हूं मैं, सृष्टि का मूल आधार हूं मैं, पत्थर नहीं इंसान हूं मैं, सभ्यता की पालनहार हूं मैं। मां का सम्मान हूं मैं, पिता का स्वाभिमान हूं मैं, संस्कृति की संवाहक हूं मैं, अभिशाप नहीं वरदान हूं मैं। आत्मशक्ति का मूल आधार हूं मैं, कभी दुर्गा तो कभी काली हूं मैं, मां-बाप […]