Tag: pushplata joshi

फागोत्सव

सुहानी धूप आयी है सहेजे खुशियां लायी है हंसी रंगीन गुलाबी मौसम में, सखि ! यह फाग आया है महकती सुन्दर वादी हैं ह्रदय में हलचल जारी है कहीं सुन्दर सलोने रूप में, कोई दिल को चुराता है सुहानी धूप आयी है सहेजे खुशियां लायी है तन में छा रही मादकता है यह संकेत होली […]

बदलता जमाना

अब कोई है न सीता वह धनुष जो उठाए कोई है ना राम जो शिव धनुष जो तोड़े । अब केवल दशानन इंसान हैं सारे। मंथरा कैकेई से नारी के साये। थे तब रीछ बानर भालू भी अपने गिलहरी काग, गरुड़ भी स्वजन थेेे अब भाई भाई की हैं सुपारी ही देते, कैसा समय ये […]