पिता जीवन है संबल है शक्ति है। पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है। पिता अंगुली पकड़े बच्चे का सहारा है। पिता कभी कुछ मीठा है तो कभी कुछ खारा है। पिता पालन-पोषण है पिता परिवार का अनुशासन है। पिता भय से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है। पिता रोटी है कपड़ा है मकान है। […]