घर-आँगन का मैल हटाए, मन का तम भी टिक ना पाये दीप ज्योति से होकर उज्वल, जीवन सबके खिलते जाए सत्य शिरोमणि यथा योग्य, सब जन का आभार जताए ज्ञान-ध्यान का दीपक जल जाए, अबकी बार दिवाली में भूले-भटके रिश्ते जुड़ जाए, मन की गाँठे सब खुल जाए क्षमा सबकी गलतियाँ करके, अपनी भूलों पर […]