उसी के अंश है है उसी से सच्चा नाता उन से संबंध ऐसा प्रेम के अनुबन्ध जैसा उसकी परवरिस में अपनी जीवन सांसे पाता उनसे है ऐसा नाता जैसे दीपक का बाती से नाता पिता कहे या कहे विधाता हमें उंगली पकड़ बस वहीं चलाता अपनी गोदी में हमें घुमाता हमारे सारे सपने सजाते खुद […]