क्या लिखूं पिता के बारे में, शब्दों में बयां कर सकती नहीं, मां ज्योति तो पिता दीपक हैं, पिता की यादें धुंधली हो सकती नहीं, मां की ममता पिता का प्यार, पिता सा दुलार कोई कर सकता नहीं। मां छाया तो पिता वटवृक्ष है, पिता जैसा महारथी कोई हो सकता नहीं, मां नैया तो पिता […]