Tag: neeraj mishra

अपना बनाना चाहता हूं

-नीरज मिश्रा मै भी बिज़ी होना चाहता हूं। दिल में बहुत कुछ है सब बताना चाहता हूं। मै भी किसी के लिए बहुत खास होना चाहता हूं। मै भी किसी की ख्वाहिश बनना चाहता हूं। हा मै भी किसी को अपना बनाना चाहता हूं।।2।। मै भी किसी के सपनो में आना चाहता हूं। मै भी […]

मैं हूँ एक लड़की

-नीरज मिश्रा, देवल चमोली मैं हूँ एक लड़की मैं भी एक इंसान ….. मुझे जीने का अधिकार दो, ना आधा ना कम मुझे पुत्र के समान प्यार दो, घर का चूल्हा नहीं, ना ही झाड़ू लगाना, मुझे भी पढने का अधिकार दो, मैं हूँ एक लड़की मैं भी एक इन्सान, मुझे जीने का अधिकार दो, […]

पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी

-नीरज मिश्रा, चमोली हम सबकी पहचान है हिन्दी, होठों की मुस्कान है हिन्दी । हम सबकी यह मीठी बोली, पूरा हिन्दुस्तान है हिन्दी ॥ बांग्लादेश, नेपाल बोलता, भारत की पहचान है हिन्दी । यमन, चीन, जापान बोलता, अपनी तो मेहमान है हिन्दी ॥ नानक, कबीर, तुलसी की वाणी, रहीम की जुबान है हिन्दी । गीत, […]

मेरे पिता

कभी अभिमान तो कभी स्वाभिमान है पिता कभी धरती तो कभी आसमान है पिता जन्म दिया है अगर मां ने जानेगा जिससे जग वो पहचान है पिता कभी कंधे पे बिठाकर मेला दिखाता है पिता कभी बनके घोड़ा घुमाता है पिता मां अगर पैरों पे चलना सिखाती है तो पैरों पे खड़ा होना सिखाता है […]