हर मुश्किलों मे ख़्वाब सुनहरा मिला मुझे, मेरे पिता है सामने ऐसा लगा मुझे ! उंगली पकड़ के हाथ की मेले में जब चले, हर- हर कदम पे एक खिलौना मिला मुझे! शफकत का हाथ सर पे मेरे जब से आ गया, छूता नहीं है कोई भी अब हादसा मुझे! भगवान के है रूप में […]
हर मुश्किलों मे ख़्वाब सुनहरा मिला मुझे, मेरे पिता है सामने ऐसा लगा मुझे ! उंगली पकड़ के हाथ की मेले में जब चले, हर- हर कदम पे एक खिलौना मिला मुझे! शफकत का हाथ सर पे मेरे जब से आ गया, छूता नहीं है कोई भी अब हादसा मुझे! भगवान के है रूप में […]