गम के ये पहाड़ से दिन भी बीत जायेंगे रख भरोसा उस रब पे तू हमेशा ईद-दिवाली वाले दिन फिर लौटकर आयेंगे || भूलकर गम सारे हम फिर मुस्करायेंगे एक न एक दिन तो खत्म होगी काली निशा फिरेंगे पतझड़ वाले दिन तो महकती बसंत लायेंगे || बहते अश्क आंखों से रूक जायेंगे गर्द गहरी […]