Tag: motivational poem

अरे ! नव युवक ….

– बीना फूलेरा “विदुषी’, हल्द्वानी अरे ! नव युवक तू सो रहा है? जगी अलसाई रात , भोर की पलक खुली बही सुगंधित मलय समीर मचल उठी कोमल गात कली। जो हुआ नही कभी वो हो रहा है अरे ! नव युवक तू सो रहा है? स्पंदित हुई लघु सरिता सागर की छलक उठी किरणें […]

जीवन पथ के सच्चे राही ,जीवन पथ पर बढ़ते जाना

-प्रेम सिंह  *जीवन पथ के सच्चे राही ,जीवन पथ पर बढ़ते जाना। * मात -पिता और गुरुजनों का, साथ निरंतर लेते जाना, जीवन है एक भूल भुलैया, लेकिन तुझको पार है जाना, मेहनत अपनी करते जाना, जीवन पथ के सच्चे राही , जीवन पथ पर बढ़ते जाना II, आशा और निराशा से तू , आशा […]

चल तुझे

-पूजा नेगी (पाखी) चल तुझे दुनिया की रीत सीखाती हूँ। खोए हुए तुझे,तेरे वजूद से मिलाती हूँ। तू पकड़कर तो देख,दामन किसी का। छूटे हुए पीछे,अपनों के हाथ गिनाती हूँ। चल तुझे दुनिया की रीत सीखाती हूँ। मिटाकर देख खुद को,अपनों के लिए उठे हुए तुझ पर,कई सवाल गिनाती हूँ। तेरे-मेरे के द्वंद्व से,बाहर आकर […]

मंजिलें

-मुकेश राय, रूद्रपुर उधमसिंह नगर तुझे अपना हर कदम आगे ही बढ़ाना है मंजिलें तुझ से लाख दूर सही एक दिन वहां तक पहुंच ही जाना है। तू ओ बैठा थक हारकर, हंसेगा तुझ पर बड़ा बेदर्द जमाना है। तुझे अपना हर कदम आगे ही…. गए वक्त की परवाह करना ही क्या क्या मनाना बीते […]

जब आकाश धरा से कहता है

-किरन पंत’वर्तिका’, हल्द्वानी  जब आकाश धरा से कहता है तेरी कोख में जब कोई रोता है मानवता जब कुम्हलाती है मेरी आंख से आंसू बहता है। जब आकाश……. रिमझिम फुहारों के बीच में कोई अश्रु चक्ष छुपाता है कोई रातों को सन्नाटे में खुद को खुद से ही बचाता है जब आकाश…….. तेरे आंचल में […]