-मोहन जोशी, दर्शानी , गरुड़, बागेश्वर,उत्तराखण्ड। साथियों गम और खुशियों से भरी है जिन्दगी इक किराये की समझ लो कोठरी है जिन्दगी।। गम के मौजों में गज़ल है गीत है गर गा सको। प्यार की महफिल में दिलकश शायरी है जिन्दगी। ले कहाँ जाओगे दौलत जो कमाई थी बहुत अंततः यारों कफ़न की सहचरी है […]