Tag: manish pathak

मेरा परिवार

-मनीष पाठक, हल्द्वानी मेरा परिवार हैं मुझे सबसे प्यारा, जिसके बिना हैं पूरा संसार न्यारा। जिस पर हो परिवार का सहारा, वो हर किसी को होता हैं प्यारा। परिवार ही सबकुछ,परिवार ही सम्मान हैं। बिना परिवार के मिलता हर किसी को अपमान हैं। परिवार ही भक्ति,परिवार ही शक्ति बिना परिवार के ना हो पाती किसी […]

पिता से बढ़कर दुनिया में कोई ना महान

मेरे पिता मेरी पहचान हैं, जिन्होंने दिया मुझको अपना नाम हैं। पिता से बढ़कर दुनिया में कोई ना महान हैं। पिता है तो रोटी,कपड़ा,मकान हैं, बिना उसके रहना दुनिया में ना आसान हैं। ऊँगली पकड़कर चलना जिसने सिखाया है वह पिता ही हैं जिसने मुझे मेरा मार्गदर्शन करवाया हैं। मेरे सारे दुखो और कष्टों का […]