मां! नगर भ्रमण पर मत निकलना अबकी बार! व्याप्त है चारों ओर महामारी की विभीषिका! इस समय तुम्हारी सौम्य मनोहारी छवि मास्क के साथ! नहीं -नहीं! न जाने कब दानव के कोरोना अवतार की कुदृष्टि पड़ जाए तुम पर? और विवश होकर भागना पड़े एक बार फिर अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए| कोरोना योद्धाओं […]