-नीरज मिश्रा, देवल चमोली मैं हूँ एक लड़की मैं भी एक इंसान ….. मुझे जीने का अधिकार दो, ना आधा ना कम मुझे पुत्र के समान प्यार दो, घर का चूल्हा नहीं, ना ही झाड़ू लगाना, मुझे भी पढने का अधिकार दो, मैं हूँ एक लड़की मैं भी एक इन्सान, मुझे जीने का अधिकार दो, […]