आपकी परछाइयों से ही तो घिरी हुई हूं मैं , बस आप में ही तो रमी हुई हूँ मैं । आपका होना ना होना एक बराबर होता है , क्योंकि साया आपका हमेशा मेरे साथ ही तो होता है । कुछ अच्छा हो या बुरा हो , नाम जुबां पे ही नहीं , ज़मीर में […]
आपकी परछाइयों से ही तो घिरी हुई हूं मैं , बस आप में ही तो रमी हुई हूँ मैं । आपका होना ना होना एक बराबर होता है , क्योंकि साया आपका हमेशा मेरे साथ ही तो होता है । कुछ अच्छा हो या बुरा हो , नाम जुबां पे ही नहीं , ज़मीर में […]