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बस आप में ही तो रमी हुई हूँ मैं

आपकी परछाइयों से ही तो घिरी हुई हूं मैं , बस आप में ही तो रमी हुई हूँ मैं । आपका होना ना होना‌ एक बराबर होता है , क्योंकि साया आपका हमेशा मेरे साथ ही तो होता है । कुछ अच्छा हो‌ या बुरा हो , नाम जुबां पे ‌ही नहीं , ज़मीर में […]