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फंदा फांसी का जिसने चूम के गले लगाया था

शहीद ए आजम* फंदा फांसी का जिसने चूम के गले लगाया था। अंधे बहरे शासन को विस्फोट करके जगाया था। अपनी भरी जवानी में प्राणों को आहुत करके बसंती चोला रंगा वो शहीद भगत सिंह कहाया था। आजादी थी जिसकी दुल्हन, राष्ट्र को समर्पित तन मन। रग रग में देश भक्ति का जुनून भरा हुआ […]

खिलौने

दीवाली की पुताई करके जा रहे मजदूर की नजर वृद्धा के आँगन के कोने पर पड़े टूटे फूटे खिलौनों पर पड़ी तो उसने पूछा -” अम्मा जी ये खिलौने काम के नहीं हैं तो मैं ले जाऊँ क्या ?” अरे बेटा ! इन बेकार खिलौनों को ले जाकर क्या करोगे? मैंने तो ये फेंकने के लिए निकाले […]