-प्रेम सिंह *जीवन पथ के सच्चे राही ,जीवन पथ पर बढ़ते जाना। * मात -पिता और गुरुजनों का, साथ निरंतर लेते जाना, जीवन है एक भूल भुलैया, लेकिन तुझको पार है जाना, मेहनत अपनी करते जाना, जीवन पथ के सच्चे राही , जीवन पथ पर बढ़ते जाना II, आशा और निराशा से तू , आशा […]