-अंजलि, हल्द्वानी माँ हूँ इसका मतलब ये, नहीं के सारे दर्द सहूंगी। तुम पेड़ो को काटते रहो और मे देखती रहूँगी। मुझे भी दर्द होता हैं में भी रोती हूँ। ना काटो पेड़ो को कहती हूँ चलने दो ठंडी हवाये। आंधी का रूप ना लेने दो, माँ हूँ इसका मतलब ये नही सारे दर्द सहूंगी। […]