-अंजलि, भवाली याद बहुत आता है पापा का, मुझे गोद में उठाना। पापा का वो उंगूली पकड़कर मुझे चलना सिखाना। मेरे गिरने से भी उन्हे दर्द, होता हैं पर ये ना जताना। शाम को मेरे लिए वो खट्टी, टोफीया लाना। याद बहुत आता है पापा का, मुझे गोद में उठाना। पापा का वो थक के […]