Tag: harfunmaula online competition

अक्स की धुंध

-बीना फूलेरा ” विदुषी”, हल्द्वानी “लो अपना बस्ता पकड़ो बेटा और सीधे स्कूल जाओ “। माँ ने सिम्मी से कहाँ । “नही माँ मुझे डर लगता हैं .तुम भी आओ ना मेरे साथ” ..। माँ के पल्लू से आँसू पोछती सहमी सिम्मी माँ से बोली । तभी सिम्मी की माँ हेमा झुंझला कर बोली .”.तुम्हारा […]

अरे ! नव युवक ….

– बीना फूलेरा “विदुषी’, हल्द्वानी अरे ! नव युवक तू सो रहा है? जगी अलसाई रात , भोर की पलक खुली बही सुगंधित मलय समीर मचल उठी कोमल गात कली। जो हुआ नही कभी वो हो रहा है अरे ! नव युवक तू सो रहा है? स्पंदित हुई लघु सरिता सागर की छलक उठी किरणें […]

शशी जोशी बनीं साहित्यकार ऑफ द मंथ

हरफनमौला वेबसाइट की नवंबर माह की प्रतियोगिता में रहीं विजयी हल्द्वानी। हरफनमौला वेबसाइट की ओर से नवंबर में आयोजित मासिक काव्य प्रतियोगिता में शशी जोशी की कविता ‘दून कॉन्वेंट के प्यारे बच्चे’ को 500 से अधिक व्यूज मिले हैं। इस उपलक्ष्य में संस्था की ओर से उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। हरफनमौला साहित्यिक […]

भारत का गौरवशाली इतिहास

– हर्षिता जोशी, हल्द्वानी आज हमने इतिहास के पन्नों को पलटाया है भारत का अतीत इन आँखों को दिखाया है खिसक गई पैरों से धरती आकाश ने हुंकार भरी पलट गई धरती सारी देह में नई चेतना जागी रोम-रोम प्रफुल्लित हुआ जब आर्यावर्त का अघोर अतीत सामने आया उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरब से […]

क्यों बचपन गुमशुदा है

-कविता अग्निहोत्री, रूद्रपुर क्यों बचपन गुमशुदा है, कुछ मासूमों को सर्दी में दिन की चिंता है। और गर्मी में हवा की, वो चोट खाकर भी जी लेंगे, पर कमी है दवा की। माथे पर रेखा दिख रही चिंता की, क्यों बचकानी हरकतें जुदा हैं। इतनी भी उम्र नहीं हुई, बस बचपन गुमशुदा है। उड़ती चिड़िया […]

काश हम बच्चे हो जाएं फिर से

-डॉ. अंकिता चांदना, हल्द्वानी काश हम बच्चे हो जाएं फिर से वापस मां के आंचल में छिप जाएं फिर से कभी दादी मां की कहानियां दोहराएं फिर से कभी गुड्डा गुड़िया की शादी रचाएं फिर से काश हम……………. वापस लौट मां की गोद में सो जाएं फिर से हंसी ठिठोली, दोस्तों की टोली बनाएं फिर […]

जीवन पथ के सच्चे राही ,जीवन पथ पर बढ़ते जाना

-प्रेम सिंह  *जीवन पथ के सच्चे राही ,जीवन पथ पर बढ़ते जाना। * मात -पिता और गुरुजनों का, साथ निरंतर लेते जाना, जीवन है एक भूल भुलैया, लेकिन तुझको पार है जाना, मेहनत अपनी करते जाना, जीवन पथ के सच्चे राही , जीवन पथ पर बढ़ते जाना II, आशा और निराशा से तू , आशा […]

दून कान्वेंट के प्यारे-प्यारे बच्चे

-शशी जोशी, हिंदी शिक्षिका दून कान्वेंट स्कूल, हल्द्वानी हम दून कान्वेंट के प्यारे-प्यारे बच्चे हैं। हम दून कान्वेंट के नन्हें-मुन्ने बच्चे हैं। शैतानी करते हैं खूब, लेकिन दिल के सच्चे हैं। साफ-सफाई से रहने को मैम ने हमें सिखाया है। लड़ाई-झगड़ा बुरी आदत है, हमको ये समझाया है। हाथ धोकर खाना खाते, बच्चे वे ही […]

मंजू सिजवाली मेहरा को मिला डिजिटल सर्टिफिकेट

हरफनमौला वेबसाइट की अक्टूबर माह की प्रतियोगिता में रहीं विजयी हल्द्वानी। हरफनमौला वेबसाइट की ओर से अक्टूबर में आयोजित मासिक काव्य प्रतियोगिता में मंजू सिजवाली मेहरा की कविता ‘गांधी ज्यू तुम हमन कें करिया माफ…’ को 500 व्यूज मिले हैं। इस उपलक्ष्य में संस्था की ओर से उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। हरफनमौला […]

जलता रहा मैं, रात पूरी पूरी

-डॉ. आभा सिंह भैसोड़ा जलता रहा मैं, रात पूरी पूरी , तम से रण,रोशनी की जीहजूरी । हर एक ,नकारे विचार पर रोक , खुशी से तादात्म्य ,दूर रहे शोक । देवीके आने का, पथ किया प्रशस्त, स्नेहतेल लबालब , पर था आश्वस्त लक्ष्मी के आगमन का, था बड़ा इंतजार, हर कोना उजला कर, हो […]