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लगता है ठंड बढ़ रही है

-किरन पंत’वर्तिका’, हल्द्वानी उत्तराखंड गलियां सब सुन्न पड़ गयी है दिन ढलने लगा है जल्दी हवाएं भी सर्द पड़ रही हैं लगता है ठंड बढ़ रही है। सब साथ बैठने लगे हैं घर आने लगे हैं जल्दी मिलकर खूब गप्पे चल रही हैं लगता है ठंड बढ़ रही है। यही बात सुबह में कुछ खास […]

ए गुजरने वाले साल !

-पूजा भट्ट, मोटाहल्दु, लालकुआँ (नैनीताल) ए गुजरने वाले साल! खूब निभाया तुमने मेरा साथ जाते-जाते,अब जो बनने वाला है इतिहास जब आए थे! तो चारों तरफ़ प्यार और खुशियां ही थी अब जब जा रहे हो तो कुछ यादों के सिवा और कुछ नहीं ओह! इतिहास बनने वाले साल तुमने ही सिखाया मुझे कठिन परिस्थितियों […]

वरिष्ठ कवयित्री आशा वाजपेयी की पुस्तक काव्य सुधा का विमोचन

भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन  इकपर्णिका लाइब्रेरी एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन हल्द्वानी। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में इकपर्णिका लाइब्रेरी एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को कवि सम्मेलन का […]

हंसकर पैदा होती है वो

-हर्षित जोशी, हल्द्वानी हंसकर पैदा होती है वो, पर जिंदगी भर रोते ही रह जाती है वो, समझ कर सर का भार बियाही जाती है वो । अपनो की खातिर खुद के अरमानों का कत्ल कर लेती है वो , हंसकर पैदा होती है वो, पर जिंदगी भर रोते ही रह जाती है वो ।।1।। […]

अरे ! नव युवक ….

– बीना फूलेरा “विदुषी’, हल्द्वानी अरे ! नव युवक तू सो रहा है? जगी अलसाई रात , भोर की पलक खुली बही सुगंधित मलय समीर मचल उठी कोमल गात कली। जो हुआ नही कभी वो हो रहा है अरे ! नव युवक तू सो रहा है? स्पंदित हुई लघु सरिता सागर की छलक उठी किरणें […]

भारत का गौरवशाली इतिहास

– हर्षिता जोशी, हल्द्वानी आज हमने इतिहास के पन्नों को पलटाया है भारत का अतीत इन आँखों को दिखाया है खिसक गई पैरों से धरती आकाश ने हुंकार भरी पलट गई धरती सारी देह में नई चेतना जागी रोम-रोम प्रफुल्लित हुआ जब आर्यावर्त का अघोर अतीत सामने आया उत्तर से लेकर दक्षिण तक पूरब से […]

क्यों बचपन गुमशुदा है

-कविता अग्निहोत्री, रूद्रपुर क्यों बचपन गुमशुदा है, कुछ मासूमों को सर्दी में दिन की चिंता है। और गर्मी में हवा की, वो चोट खाकर भी जी लेंगे, पर कमी है दवा की। माथे पर रेखा दिख रही चिंता की, क्यों बचकानी हरकतें जुदा हैं। इतनी भी उम्र नहीं हुई, बस बचपन गुमशुदा है। उड़ती चिड़िया […]

शब्दोत्सव में बही शब्दों की सरिता

-सेंट लॉरेंस स्कूल एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में शरद शब्दोत्सव का आयोजन -प्रसिद्ध हास्य कवि वेदप्रकाश अंकुर और कवयित्री डॉ. अंकिता चांदना को मिला शब्द सम्मान हल्द्वानी। सेंट लॉरेंस स्कूल एवं हरफनमौला साहित्यिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को शरद शब्दोत्सव का भव्य आयोजन किया। इस दौरान हल्द्वानी और उधमसिंह नगर […]

मंजू सिजवाली मेहरा को मिला डिजिटल सर्टिफिकेट

हरफनमौला वेबसाइट की अक्टूबर माह की प्रतियोगिता में रहीं विजयी हल्द्वानी। हरफनमौला वेबसाइट की ओर से अक्टूबर में आयोजित मासिक काव्य प्रतियोगिता में मंजू सिजवाली मेहरा की कविता ‘गांधी ज्यू तुम हमन कें करिया माफ…’ को 500 व्यूज मिले हैं। इस उपलक्ष्य में संस्था की ओर से उन्हें डिजिटल सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। हरफनमौला […]

रोशनी फिर जगमग आई है

-प्रतिष्ठा पांडे अंधकार अब नष्ट हुआ रोशनी फिर जगमग आई है सुख और समृद्धि की बहार हर घर में छाई है बना कर दिए मिट्टी के गरीबों ने आस लगाई है मेरी मेहनत खरीदेंगे लोग सब ने आस सजाई है हजारों की लड़ियां लगाकर सबने शान बढ़ाई है पर गरीबों के दीयों की लो हमने […]