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कुबेर सा खजाना हैं पापा

कुबेर तो नहीं, कुबेर सा खजाना हैं पापा आसमान तो नहीं आसमान सी छत हैं पापा। खुदा तो नहीं, फिर भी हर ख्वाहिश पूरी करते हैं पापा। गौतम बु़द्ध तो नहीं, फिर भी हर गलती की माफी देते हैं पापा। महर्षि दधिचि तो नहीं, फिर भी हमारे लिए अपने सुख त्यागते हैं पापा। जज तो […]

पिता घर का अस्तित्व होते हैं

मां घर का गौरव तो, पिता घर का अस्तित्व होते हैं। मां के पास अश्रुधार तो, पिता के पास संयम होता है। दोनों समय का भोजन मां बनाती है तो जीवन भर भोजन की व्यवस्था करने वाले पिता होते हैं। कभी चोट लगे तो मुंह से ‘ओह मां’ निकलता है रास्ता पार करते वक्त कोई […]

मेरे पापा मेरी पहचान हैं

दुनिया ने दिए जिन्हें ढेरों नाम हैं, होते उनके अनेकों काम हैं। दिल में दर्द मगर चेहरे पर मुस्कान है, मेरे पापा मेरी पहचान हैं। मेरी दुनिया मेरा जहान हैं, मेरी जमीन मेरा आसमान हैं। हां वो अपना दुख किसी को बयां नहीं करते, इसीलिए तो मेरे पापा मेरा सम्मान हैं। कभी मेरा बाजार तो […]

अपने बाबूजी

माँ के पीछे माँ बन जाते अपने बाबूजी, माँ के जैसा करते जाते अपने बाबूजी। चूल्हा चौका पोछा बर्तन घर के बांकी काम, माँ के पीछे ना करते आराम हमारे बाबूजी। माँ के पीछे माँ बन जाते अपने बाबूजी, माँ के पीछे माँ के जैसे भोग लगाते बाबूजी, माँ के जैसे वृंदावन को नीर चढ़ाते […]

बेटियों के प्यारे पापा

पापा मेरे पापा, स्कूल चलाते हैं, मुझको प्रिंसेस और बहन को एंजिल बुलाते हैं। बेटियों के प्यारे पापा, कभी सेवा न करवाते हैं, जब पैर छूने को कहे कोई, तो बेटियां पैर किसी के न छूतीं, नमस्ते करना सिखाते हैं। जब कोई ख्वाहिश करती है बेटी, चाहे कुछ हो जाए पूरा उसे कराते हैं। पापा […]

पिता ने दुनिया से लड़ना सिखाया

पिताजी ने चलाना सिखाया, खेलना सिखाया, पढ़ना सिखाया, और सबसे अच्छा उन्होंने दुनिया से लड़ना सिखाया। डांटने के बाद उन्होंने हंसना सिखाया, वक्त बीत जाने पर मैं सबकुछ भूल गई, जो त्याग पिताजी ने किया वह भी मैं भूल गई। इसलिए मैंने सोचा कि कभी न कभी पिताजी का मान बढ़ाउंगी। उनकी छाती गर्व से […]

आज भी याद है बचपन के वो पल

आज भी याद है बचपन के वो पल जहां आंखों में सपने और न दिल में छल था जहां पापा ने उंगली पकड़कर चलना सिखाया वहीं उन्हीं के दिए आत्मविश्वास ने गिरने से भी उठना सिखाया हाथों में बैग लेकर स्कूल जाना और अपनी मीठी-मीठी बातों से सबको लुभाना, वहीं घर आकर पापा को रिझाना। […]

ओ पापा तुम कितने अच्छे हो

ओ पापा तुम कितने अच्छे हो ओ पापा तुम कितने प्यारे हो सबका ध्यान रखने वाले इतना प्यार करने वाले। तुम हो बिल्कुल चांद के जैसे, चांद भी तुम से कम है, मेरी आंख आज नम है। पाल-पोसकर बड़ा करने वाले, चलना तो मैंने, मां से ही सीखा। लेकिन तुम हौसला बढ़ाने वाले किसी भी […]

रब हंसता हुआ रखे आपको

रब हंसता हुआ रखे आपको, आप हंसते हुए ही अच्छे लगते हो, उस घर में खुशहाली आए, जिस घर में आप के जैसा पिता हो। तारों सा चमकते आप हो, सूरज की जैसी रोशनी हो, उस घर में खुशहाली आए, जिस घर में आपके जैसा पिता हो, आप खुशियों के महलों में बैठें, कोई गम […]

मेरे पिता, मेरा संसार

पिता के बिना हमारा जीवन अंधकार है, जिस पर है पिता का साया, उसके आगे कुछ नहीं है माया। आममान से भी उंचा है उनका मन, प्रतिकूल परिस्थितियां होने पर भी, रखते हैं वह प्रसन्न। पिता की छांव है तो हरा-भरा परिवार है पिता का साथ है तो हर मुकाम पाना आसान है। पिता है […]