वो जिससे मुल्क,सारी दुनिया, ये समाज है बनता, वही तो घर का है आधार, और कहलाता है पिता। घर बार को जो बीज दे, बच्चों को ला के चीज़ दे, मुनिया को दे फ्रॉक, तो मुन्ने को भी कमीज़ दे। खाने से पहले कौर देता घर को है खिला , वो ही तो घर का […]
वो जिससे मुल्क,सारी दुनिया, ये समाज है बनता, वही तो घर का है आधार, और कहलाता है पिता। घर बार को जो बीज दे, बच्चों को ला के चीज़ दे, मुनिया को दे फ्रॉक, तो मुन्ने को भी कमीज़ दे। खाने से पहले कौर देता घर को है खिला , वो ही तो घर का […]
उसी की मैं अंश हूं, उसी से मेरा सच्चा नाता है, उसी की परवरिश से, मैंने अपने जीवन में सांसें पाईं। वो ही हैं जिन्होंने मुझे बचपन में, उंगली पकड़कर चलना सिखाया, अपने कंधे पर बिठाकर मुझे, पूरी दुनिया की सैर कराई। रूठ जाए चाहे सारी दुनिया हमसे, हर मुश्किल में बनकर साया, हर कदम […]
ओ मेरे प्यारे बाबा तेरी थपकी कैसे भूलूंगी। गोदी पर रख कर सर जो अक्सर ही आ जाती थी वो मीठी गुड़भरी सलोनी झपकी कैसे भूलूंगी ओ मेरे प्यारे बाबा तेरी थपकी कैसे भूलूंगी। एक दिवस ब्याह बीते तेरी यादें कनक बहाएंगी किसके कांधे भिगा के कॉलर जी भर के मै रो लूँगी। ओ मेरे […]
पापा आपने दुनिया बनाई मेरे किसान डॉक्टर वैज्ञानिक हो आप,,, मेरे राजा बाबू हो आप ,, पापा आपने दुनिया बनाई,,, आप हमें लायें इस दुनिया में किसी चीज की कमी न की,,,, पाल पोस कर बड़ा किया, और गलत सही को का फर्क बताया ,,,, पापा आपने दुनिया बनाई,,,,,,,,, हर चीज का मार्ग दिखाया। पापा […]
मां ने हमको जन्म दिया,, पापा ने हमको पाला है ,,, अपने संघर्षों के साए में ,, हमको खुशियों से है पाला,, सही गलत का फर्क बता कर,,, सच्चाई का मार्ग दिखाया,,,, हमारे जीवन का वही सबसे पहला रखवाला है,,, उंगली पकड़कर पापा ने चलना हमको है सिखाया,, हर मंजिल को छूना सिखाया़,,, हर सपने […]
मेरी ताकत, मेरा सम्मान, मेरी पहचान मेरे पिता से है। मुझे खुद पर अभिमान, मेरे पिता से है। उंगली पकड़कर, मुझे चलना सिखाया। खुद कांटों पर चलकर, मुझे फूलों का रास्ता दिखाया। मेरे जीवन को उन्होंने, अपने प्यार से महकाया। अपने अंदर हजारों दुखों को समेटकर, मुझे एक सुनहरा भविष्य दिखाया। अपनी जरूरतों को नजरअंदाज […]
पापा हर फर्ज निभाते हैं, जीवन भर कर्ज चुकाते हैं। बच्चे की एक खुशी के लिए, अपने सुख भूल ही जाते हैं। फिर क्यों ऐसे पापा के लिए बच्चे कुछ नहीं कर पाते हैं। ऐसे सच्चे पापा को क्यों, पापा कहने से भी सकुचाते हैं, पापा का आशीष बनाता है, बच्चे का जीवन सुखदाई, पर […]
जब कभी सुबह उठने में देर हो जाया करती है, तब मम्मी तो गुस्सा हो जाती हैं पर पापा मम्मी को कह देते कभी देर हो जाती है। फिर मम्मी को मेरे संग मनाया करते हैं, मेरा दिन तो मेरे पापा बनाया करते हैं। जब कभी मुंह से आह निकले, मम्मी तो पिघल जाती हैं। […]
पापा हर फर्ज निभाते हैं, बच्चे अपना फर्ज भूल जाते हैं, जीवन भर कर्ज चुकाते हैं, बच्चों की एक खुशी के लिए, अपने दुख-सुख भूल जाते हैं। फिर क्यों ऐसे पिता के लिए बच्चे अपना फर्ज भूल जाते हैं, पिता की आवाज मेरे लिए सुकून हैं, दुनिया को जीत लूं फिर कोई हर्ज नहीं है, […]
हमेशा मुझे कंधे पे बैठाकर घुमाया, अपने संघर्षों और कष्टों को दुनिया से छुपाया। अपना मेहनत करते ताकि ख्वाहिशें पूरी कर सकें मेरी, हे प्रभु! तूने पिता को इतना त्यागी क्यों बनाया। मुझे पढ़ाने के लिए दिन-रात मेहनत करते, परिवार की इच्छा पूरी करने के लिए अपनी इच्छाओं को दफना देते, परिवार की दो वक्त […]