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शहरों की उंची इमारतों में गांव जैसे पापा

अनुशासन की चाबुक पापा अंदर से हैं भावुक पापा गर्मी की तपती धूप में छांव जैसे पापा शहरों की उंची इमारतों में गांव जैसे पापा मेरे बचपन की जिम्मेदारी दौड़म दौड़ निभाते पापा कपड़ा लत्ता कापी बस्ता बड़ी याद से लाते पापा अपनी चिंता की कोठरिया में सारा घर समाते पापा। कैसे करनी सबके मन […]

तुम मेरे लिए महान थे

मुझको जीवन देने वाले तुम मेरे लिए महान थे खुद तपती धूप में चलते थे करते पथ मेरा आसान थे मुझे बालिका होने पर भी शिक्षा ऊंची दिलाने वाले हे पिता मेरे तुम भगवान थे पिता ही तो बच्चों का आसमान खुला सा होता है उसका हाथ रहे सिर पर तो राह आसान सा होता […]

मेरी हर मुश्किल का हल हो आप ‘ पापा’

मेरी हर मुश्किल का हल हो आप ‘ पापा’ , मेरी हर खुशी का राज हो आप , आपका प्यार है कुछ अनोखा सा, आप ही मेरा पहला प्यार हो ‘पापा’, मेरी हर इच्छा पूरी करना, चाहे फिर दिन – रात पढ़ा हो काम करना , मुझे मेरी गलतियों पे डाटना, फिर रूठने पर तुम्हारा […]

पिता:- “मेरे ईश्वर “

है पिता सर्वस्व, जीवन का महत्व न नाप सके कोई जैसे अंबर की ऊँचाई कुछ कुछ वैसी ही होती है पितृ-प्रेम की गहराई। है पिता जग का सार, अस्तित्व का है आधार नमक की भाँति है प्रकृति इनकी जो हो तो न हो आभास, न हो तो अधूरा रहे हर उल्लास। है पिता वो कुम्हार, […]

मेरे बाबू

पैदा तो मै भी कच्चिमीट्टि का खिलौना थी, मुझे इन्सान बनाने वाले तो मेरे बाबू है। मेरा हर शौक कब उनकी जरुरत बन गया, कमियों में जीना कब उनकी आदत बन गया। खुद फटी कमीज में रह कर, मुझे नया सूट दिलाने वाले मेरे बाबू हैं। उंगलियाँ पकड़ कर मुझे पहला कदम चलाया, ठोकर खाकर […]

पिता एक बच्चे की जान होता है

पिता एक बच्चे की जान होता है, उसकी कामयाबियों का हकदार होता है। चाहे कितनी भी हैसियत हो उसकी, बच्चे के मुंह से निकली, हर बात कबूल करता है, चाहे पैसे न हो जेब में, फिर भी चांद-सितारे तोड़ने की हैसियत रखता है। पिता आशा है उम्मीद है रक्षा है, हमारे आने वाले कल की […]

बचपन से आंखों में जिनकी सूरत हैं छाई

बचपन से आंखों में जिनकी सूरत हैं छाई, हाथ पकड़ जिनकी मैं चल पाई, गोद में मैं जिनकी पहली बार खिलखिलाई वो मेरे पापा हैं, मेरी परछाईं। मुसीबतों की बाढ़ जब मुझमें आईं, मजबूत हौसले और बात उनकी याद आई। बाजार की सजावटें जब मेरे मन को भाई, चाहे जेब खाली हो फिर भी उन्होंने […]

मेरी पहचान पापा आपने ही बनाई है

यू तो माँ मुझे दुनिया में लायी है, पर मेरी पहचान पापा आपने ही बनाई हैं। कोई खुश हुआ हो या न मेरे पैदा होने से, पर मेरी हर खुशी पर मुस्कुराहट आपके चेहरे पर भी आई हैं। ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया हैं, जिंदगी की हर मुश्किल में बनकर मेरा साया आपने ही मुझे […]

जब वेदना में हों बच्चे व्याकुल पिता भी तो होता है

बात आती है जब ममता की जिक्र मां का होता है। जब वेदना में हों बच्चे व्याकुल पिता भी तो होता है।।। ख्वाहिश रखी जो कुछ मैंने उसे ना तुम ने ठुकराया। दिखी है आपके चेहरे पे हंसी जब कभी मैं मुस्काया।। मेरा रुतबा,मेरी शान व मेरा अभिमान हो आप।। आप हो तभी मैं हूं,मेरा […]

वे साधारण से व्यक्ति

परिवार के सेतु, मेरे रक्षा-स्तंभ, वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। मेरी मां के परम मित्र, परिवार के वीर योद्धा, वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। प्रतिद्वंद्वी भंवर से निकलकर, उंचा परचम फैलाए जो, वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। स्थिर गहन-गंभीर कुआं, जिसका जल सबसे मीठा , वो साधारण व्यक्ति मेरे पिता हैं। तूफानों […]