विकास और हम विकास तो बना हुआ है, सामन्तवादी परिपाटी, आजादी मिली मगर, दीवार अभी ना पाटी । ब्लैक कीै मदिरा पीने वाले, राशन का ढूंढे सस्ता गल्ला, बी पी एल कार्ड जेब डाले, घूमता बढे घर का निठल्ला। ऊंच नीच की बढती खाई, नेताजी के वोट का हल्ला, जनता तो बस घूम रही, डाल […]