Tag: gaulapar haldwani

बेजुबान

-ललिता परगांई, गौलापार हल्द्वानी कौन भूल ऐसी की हमने जो यह दण्ड दिया है तुमने, हमे पालकर, दुग्ध निकाल फिर, छोड़ दिया  दर-दर  को भटकने, कौन भूल ऐसी की हमने , जो यह दण्ड दिया है तुमने, पूजा कर्म का ढोंग हो करते माँ बच्चे से दूर हो करते’ एक-एक पानी बूंद की पीने को […]

वीरों का सम्मान

-ललिता परगाँई, गौलापार हल्द्वानी मैं करू नमन उन वीरों को … जो देकर अपने प्राण गये । माँ भारतीय की सान की खातिर.. जो सरहद पर शहीद हुए । अपनी माँ के राजदुलारे… उनको जिसने जन्म दिया । कैसे मन समझाए वो मात-पिता… जिसके घर का चिराग गया । धन्य है वो मां जिसने… देश […]

माँ को संदेश

– ललिता परगाँई, गौलापार हल्द्वानी माँ I Am sorry माँ …❤️🙏 तेरे डाँटने पर मैं, तुझपर चिल्लाती हूँ। गुस्सा करती, तुझसे झगड़ती बात समझ नहीं पाती हूँ। तेरी कही गई बात मुझे, झटपट बूरी लग जाती है। जबकि वह मेरे भले के लिए ही बोली जाती है। माँ I Am sorry माँ ..❤️🙏 यह दुनिया […]

बेटी का सवाल

-ललिता परगाँई, गौलापार हल्द्वानी क्यो बेटों  जैसे बेटी, जीवन जी नहीं पाती? आखिर क्यों बेटी, बोल नहीं पाती ? मैं बेटी हूँ तो क्या हुआ?, इसमें मेरा क्या कसूर ? हर किसी की बातों में क्यों? बेटा ही मशहूर ?…. क्यों एसा होता है अक्सर …….. बेटी ही गलत कहलाती हैं क्यों बेटों जैसे बेटी…. […]