-हरिपाल, राकउप्रा विद्यालय लामाचैड़ मंदिर में चढ़ाए जाते, पूजा इनसे होती है। बिना बात के तोड़े जाते, कलियां इनकी रोती हैं। पौधों पर ये लगे हुए हैं, सबके मन को भाते हैं। घर की शोभा बनी रहे, गार्डन सभी लगाते हैं। तितली इनमें मंडराती है, छाई इनसे लाली है। हरे-हरे पत्तों से देखों, दिखती सदा […]