Tag: fathers day kavi sammelan

बिना पिता की छांव के जीवन की कल्पना अधूरी है…

फादर्स डे के उपलक्ष्य में इकपर्णिका लाइब्रेरी में कवि सम्मेलन का आयोजन हल्द्वानी। हरफनमौला साहित्यिक संस्था की ओर फादर्स डे के उपलक्ष्य में रविवार को छड़ायल स्थित इकपर्णिका लाइब्रेरी परिसर में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस दौरान कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से पिता के त्याग और समर्पण को बताया। कार्यक्रम […]

पापा का वो लोरी सुनाना

-अंजलि, भवाली याद बहुत आता है पापा का, मुझे गोद में उठाना। पापा का वो उंगूली पकड़कर मुझे चलना सिखाना। मेरे गिरने से भी उन्हे दर्द, होता हैं पर ये ना जताना। शाम को मेरे लिए वो खट्टी, टोफीया लाना। याद बहुत आता है पापा का, मुझे गोद में उठाना। पापा का वो थक के […]

पिता न धूप देखता है, न बरसात देखता है….

पितृ दिवस के उपलक्ष्य में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन हल्द्वानी। हरफनमौला साहित्यिक संस्था की ओर से फादर्स डे के उपलक्ष्य में जंगल फिएस्टा परिसर में विराट कवि सम्मेलन का आयोजन किया। इस दौरान कविताओं के माध्यम से जीवन में पिता की भूमिका को बहुत भावुकता के साथ प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य […]