मानसून आमंत्रण —– गीत —– काले मेघा काले मेघा काले मेघा आओ, जलती धरती तपती धरती अबतो जल बरसाओ। काले मेघा——- उमड़ – घुमड़ कर बरस जाओ तुम तृप्त धरा को कर जाओ तुम सूखे तरूवर लतिका सूखीं अब तो दरस दिखाओ। काले मेघा———- सुन – सुन मानसून की बातें खिल जातीं हम सब की […]