Tag: Dhriti Pant

मेरे पापा

नन्हें क़दमों से जब घर में रखा था मैने कदम पापा की आंखे भी तब हो गई थी नम उठा कर गोदी में उन्होंने बेहद प्यार जताया था बेटी से बेटे तक का दर्जा उन्होंने मुझे दिलाया था। काटो भरी राहों में फूलों को सजाया था, पिता ने मेहनत कर मुझे आगे पढ़ाया था। गुस्से […]